Monday, July 15, 2019

UPTET SYLLABUS 2019 1 TO 5

पेपर – 1 पाठ्यक्रम (कक्षा I से V के लिए )

 बाल विकास और अध्यापन
बाल विकास का अर्थ, आवश्कता और क्षेत्र, बाल विकास की अवस्थाएं शारीरिक विकास, मानसिक विकास, संवेगात्मक विकास, भाषा विकास – अभिव्यक्ति क्षमता का विकास, सृजनात्मकता एंव सृजनात्मकता क्षमता का विकास।
बाल विकास के आधार एंव उनको प्रभावित करने वाले कारक – वंशानुक्रम, वातावरण (पारिवारिक, समाजिक, विध्लालयीय, संचार माध्यम)।
अधिगम (सिखने) का अर्थ प्रभावित करने वाले कारक, अधिगम की प्रभावशाली विधियां।
अधिगम के नियम – थार्नडाइक के सिखने के मुख्य नियम एंव अधिगम में उनका महत्तव।
अधिगम के प्रमुख सिद्धांत तथा शक्षिण में इनकी व्यावहारिक उपयोगिता, थार्नडाइक का प्रयास एंव त्रुटि का सिद्धांत, कोहलर का सूझ या अंतर्दृष्टि का सिद्धांत, प्याजे का सिद्धांत, व्योगास्की का सिद्धांत सीखने का वक्र – अर्थ एंव प्रकार, सीखने में पठान का अर्थ और कारण एंव निराकरण।
2. भाषा – I

अपठित अनुछेद।
हिंदी वर्णमाला (स्वर, व्यंजन)।
वर्णों के मेल से मात्रिक तथा अमात्रिक शब्दों की पहचान।
वाक्य रचना।
हिंदी में सभी ध्वनियों के पारस्परिक अंतर की जानकारी।
हिंदी भाषा की सभी ध्वनियों, वर्णों, अनुस्वार, अनुनासिक एंव चंद्रबिंदु में अंतर।
संयुक्ताक्षर एंव अनुनासिक ध्वनियों के प्रयोग से बने शब्द।
सभी प्रकार की मात्रा।
विराम चिह्नों यथा – अल्प विराम, अर्द्धविराम, पूर्णविराम, प्रश्नवाचक, विस्मयबोधक, चिह्नों का प्रयोग।
विलोम, समानार्था, तुकांत, अतुकांत, समान ध्वनियों वाले शब्द।
संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया एंव विशोषण के भेद।
वचन, लिंग एंव काल।
प्रत्य, उरसर्ग, तत्सम, तद्भव व देशज़ शब्दों की पहचान एंव उनमें अंतर।
लोकोक्तियों एंव मुहावरों के अर्थ।
संधि – स्वर संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि।
वाच्य समास एंव अलंकार के भेद।
कवियों एंव लेखकों की रचनाएं।
3. भाषा – II

अंग्रेजी

अदृश्य मार्ग
वाक्य – विषय और भविष्यवाणी, वाक्यों के प्रकार
भाषण के कुछ हिस्सों – प्रकार ओएस संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया विशेषण, विशेषण, क्रिया, पूर्वसर्ग, संयोजन के रूप
काल – वर्तमान, अतीत, भविष्य
सामग्री
विराम चिह्न
शब्द गठन
सक्रिय और निष्क्रिय आवाज
एकवचन बहुवचन
लिंग
उर्दू

अपठित अनुच्छेद।
ज़बान की फन्नी महारतों की मुलामात।
मशहूर अदीबों एंव शायरों की हालाते जिंदगीएंव उनकी रचनाओं की जानकारी।
मुखतलिफ असनाफे अदब जैसे मज़नूम, अफसाना मर्सिया, मसनवी दास्तान वगैरह की तारीफ मअ, अमसाल।
सही इमला एंव तलफ्फुज की मश्क।
इस्म, जम़ीर, सिफत, मुतज़ाद अल्फाज, वाहिद, मोजक्कर, मोअन्नस वगैरह की जानकारी।
सनअते।
मुहावरें, जुर्बल अमसाल की मुलाकात।
मुखतलिफ समाजी मसायल जैसे माहौलियाति आलूदगी नाबराबरी, तालीम बराएअम्न, अदमे, तगजिया की मूलाकात।
नज्मों, कहानियों, हिकायतों एंव संस्मरणों में मौजूद समाजी एंव एखलाकी अक्दार को समझना।
संस्कृत

अकारांत पुल्लिंग
अकारांत स्त्रीलिंग
अकारांत नपुसकलिंग
ईकारांत स्त्रीलिंग
उकारांत पुल्लिंग
ऋकारांत पुल्लिंग
ऋकारांत स्त्रीलिंग
ङर, परिवार, परिवेश, पशु, पक्षियों, घरेलू उपयोग की वस्तुओं के संसकृत नामों से परिचय।
सर्वनाम।
क्रियाएं।
शरीर के प्रमुख अंगों के संस्कृत शब्दों का प्रयोग।
अव्वय।
संधि।
संखा्याएं।
लिंग, वचन, स्वर के प्रकार, प्रत्याहार, व्यंजन के प्रकार, अनुस्वार एंव अनुनासिक व्यंजन।
कवियों एंव लेखकों की रचनाएं।
4. गणित

संख्याएं एंव संख्याओं का जोड़, घटाना, गुण, भाग।
लघुत्तम एंव महत्तम।
भिन्नों का जोड़, घटाना, गुण, भाग।
दशमलव – जोड़, घटाना, गुण, भाग।
ऐकिक नियम।
प्रतिशत।
लाभ हानि।
साधारण ब्याज।
जयमिति-जयामितीय आकृतियां एंव पृष्ठ, कोण, त्रिभुज, वृत्त।
धन।
मापन।
परिमिति।
कैलेण्डर।
आंकड़े।
आयतन, धारित – घन, घमाभ।
क्षेत्रफल
रेलवे या बस समय-सारिणी।
आंकड़ों का प्रस्तुतीकरण एंव निरुपण।
5. पर्यावरणीय अध्ययन

परिवार।
भोजन, स्वास्थय एंव स्वच्छता।
आवास।
पेड़-पौधे एंव जंतु।
मेला।
स्थानीय पेशे से जुड़े व्यक्ति एंव व्यवसाय।
जल।
यातायात एंव संचार।
खेल एंव खेल भावना।
भारत – नदियां, पठार, वन, यातायात, महाद्वीप एंव महासागर।
हमारा प्रदेश।
संविधान।
शासन व्यवस्था।
पर्यावरण-आवश्यकता, पर्यावरण-संरक्षण।

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